पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करते समय कौन-सा मंत्र जपें? पूरी जानकारी
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पवित्र पंचमुखी रुद्राक्ष – आध्यात्मिक ऊर्जा और शिव कृपा का प्रतीक |
हर हर महादेव! प्रिय पाठकों, कैसे हैं आप लोग, हमें उम्मीद है आप अच्छे होंगे।
मित्रों! रुद्राक्ष केवल एक बीज नहीं, बल्कि भगवान शिव का प्रत्यक्ष आशीर्वाद है। विशेष रूप से पंचमुखी रुद्राक्ष सबसे प्रसिद्ध और व्यापक रूप से धारण किया जाने वाला रुद्राक्ष है। यह न केवल आध्यात्मिक उन्नति का साधन है, बल्कि मानसिक शांति, सुरक्षा और बुद्धि का प्रतीक भी है।
इस लेख में हम जानेंगे कि पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करते समय कौन-सा मंत्र जपना चाहिए, इसका क्या लाभ है, धारण करने की सही विधि क्या है, साथ ही जुड़े कुछ सामान्य प्रश्नों के उत्तर भी।
पंचमुखी रुद्राक्ष क्या है?
पंचमुखी रुद्राक्ष में पाँच प्राकृतिक रेखाएं (मुख या फेसेस) होती हैं। इसे 'कालाग्नि रुद्र' का स्वरूप माना गया है। यह रुद्राक्ष पाँच पांडवों, पाँच तत्वों और पाँच देवताओं का प्रतीक भी माना जाता है।
धारण करते समय मंत्र (Mantra for Wearing Panchmukhi Rudraksha):
जब भी आप पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें, निम्नलिखित मंत्र का 11, 21 या 108 बार जप अवश्य करें:
ॐ ह्रीं नमः
या
ॐ नमः शिवाय
यदि आप शुद्ध और पारंपरिक विधि से करना चाहें, तो यह संपूर्ण बीज मंत्र उपयोग करें:
ॐ पंचवक्त्राय नमः
क्या होता है जवानी में रुद्राक्ष पहनने से जानने के लिये पढ़े क्या जवानी में रुद्राक्ष पहनने से वैराग्य आ जाता है? सच्चाई क्या है?
पंचमुखी रुद्राक्ष पहनने की विधि
1. सही दिन चुनें
सोमवार, महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत, या रुद्राभिषेक वाले दिन शुभ माने जाते हैं।
2. शुद्ध स्नान करें
स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
3. पंचामृत से अभिषेक करें
दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से रुद्राक्ष को स्नान कराएं।
4. मंत्र जाप करें
ऊपर बताए गए मंत्र का कम से कम 11 बार जाप करें।
5. दक्षिणाभिमुख होकर शिवजी का ध्यान करें।
6. दाहिने हाथ में पहनें (कंधे के पास), गले में रुद्राक्ष माला या कंगन के रूप में।
शिव पंचाक्षर के पांच अक्षरों की महिमा जानने के लिए पढ़े शिव पंचाक्षर स्तोत्र की महिमा ,अर्थ व लाभ
पंचमुखी रुद्राक्ष के लाभ
- मानसिक शांति और एकाग्रता में वृद्धि
- नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा
- हृदय, रक्तचाप और तंत्रिका संबंधी रोगों में लाभकारी
- आध्यात्मिक उन्नति और ध्यान में सहायता
- विद्यार्थियों, साधकों और आम व्यक्ति – सभी के लिए उपयोगी
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
क्या पंचमुखी रुद्राक्ष कोई भी पहन सकता है?
हां, पंचमुखी रुद्राक्ष को कोई भी स्त्री या पुरुष धारण कर सकता है। यह सबसे सुरक्षित और सार्वभौमिक रुद्राक्ष है।
क्या पंचमुखी रुद्राक्ष को सोते समय पहन सकते हैं?
हां, आप पहन सकते हैं, लेकिन यदि माला लंबी हो या असहज लगे तो सोते समय उतार कर तकिए के पास रखें।
क्या इसे कभी उतारना पड़ता है?
अगर स्नान करते समय साबुन या केमिकल्स से बचना हो तो उतार सकते हैं। पूजा या पवित्र स्थान में ही रखें।
क्या इसे दूसरे को पहनने दे सकते हैं?
नहीं, रुद्राक्ष व्यक्तिगत ऊर्जा से जुड़ जाता है। इसे किसी और को न दें।
पंचमुखी रुद्राक्ष माला क्या है?
पंचमुखी रुद्राक्ष माला में पाँच मुख (faces) वाले रुद्राक्ष के दाने होते हैं। यह माला सामान्यतः 108 दानों की होती है और इसे पहनने से मानसिक शांति, ध्यान और एकाग्रता में लाभ मिलता है।
पंचमुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे क्या हैं?
- यह माला हृदय, रक्तचाप और तनाव को नियंत्रित करने में मदद करती है।
- मन को शांति देती है और ध्यान में सहायता करती है।
- यह माला पंच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) के संतुलन को बनाए रखती है।
- विद्यार्थियों, नौकरीपेशा और साधकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी मानी जाती है।
पंचमुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान क्या हैं?
- यदि विधिपूर्वक शुद्ध रुद्राक्ष न पहना जाए तो कोई लाभ नहीं होता।
- अपवित्र अवस्था (जैसे शराब पीकर, मांसाहार के बाद) में इसे पहनना अनुचित माना जाता है।
- नकली रुद्राक्ष पहनने से मन पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
पंचमुखी रुद्राक्ष पहनने के नियम क्या हैं?
- सोमवार या किसी शुभ दिन रुद्राक्ष को गंगाजल या दूध से शुद्ध करें।
- 'ॐ नमः शिवाय' या 'ॐ ह्रीं नमः' मंत्र से अभिमंत्रित करें।
- हमेशा शुद्ध मन और शरीर से ही रुद्राक्ष धारण करें।
- मांस, शराब और असत्य वचन से दूर रहें।
पंचमुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है?
पंचमुखी रुद्राक्ष की कीमत आकार, गुणवत्ता और मूल स्थान (जैसे नेपाल या इंडोनेशिया) के आधार पर भिन्न होती है।
- इंडोनेशिया का – ₹50 से ₹300 प्रति दाना
- नेपाल का – ₹300 से ₹1500 प्रति दाना (कभी-कभी अधिक भी)
- पूर्ण माला – ₹500 से ₹5000 या उससे ऊपर तक हो सकती है।
पंचमुखी रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें?
- उसमें स्पष्ट पाँच प्राकृतिक धारियाँ (मुख) होंगी।
- पानी में डालने पर वह डूबता है (ज्यादातर असली रुद्राक्ष डूबता है)।
- असली रुद्राक्ष में मुख एक समान दूरी पर होते हैं और बीच की रेखा स्पष्ट होती है।
- असली रुद्राक्ष कठोर और मजबूत होता है।
पंचमुखी रुद्राक्ष कैसा होता है?
इसमें पाँच मुख (रेखाएं या खंड) होते हैं, जो इसके पाँच रूपों या शक्तियों का प्रतीक होते हैं। यह रुद्राक्ष श्री शिव के पंचमुख स्वरूप से जुड़ा हुआ है और इसकी आकृति गोल या अंडाकार हो सकती है।
पंचमुखी रुद्राक्ष का पेड़ कैसा होता है?
रुद्राक्ष पेड़ एक मध्यम ऊँचाई वाला वृक्ष होता है, जो खासकर नेपाल, भारत (उत्तर-पूर्वी राज्यों), इंडोनेशिया और हिमालय क्षेत्र में पाया जाता है। इसके फल को सुखाकर रुद्राक्ष बनता है।
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हर हर महादेव